धनुआसागर से पधारे पौराणिक पं शुकदेव द्विवेदी शास्त्री जी कर रहे वाचन
डिण्डौरी। जिले के शहपुरा विखं अंतर्गत ग्राम बांकी में खेरमाई मंदिर के पास श्रीमद्भागवत पुराण कथा का आयोजन चल रहा है। यहां धनुआसागर से पधारे पौराणिक पं शुकदेव द्विवेदी शास्त्री जी के द्वारा भगवान श्रीकृष्ण की कथाओं और लीलाओं का वर्णन किया जा रहा है। जिसे सुनने के लिए आसपास के गांव से लोग पहुंच रहे हैं।
श्रीमद्भागवत पुराण कथा के अंतर्गत बताया कि भगवान श्री कृष्ण ने जगत उद्धार और कल्याण के लिए कई लीलाएं की। भागवत कथा के ही श्रवण करने से राजा परीक्षित को मोक्ष की प्राप्ति हुई। अर्जुन को भगवान श्रीकृष्ण ने गीता का ज्ञान देते हुए आत्मबोध कराया। यहां राजा राजा परीक्षित की कथा, कंस का अत्याचार, श्रीकृष्ण जन्म, बाललीला, श्रीकृष्ण-रुक्मणी विवाह, सुदामा चरित सहित कई कथाओं का श्रीमद्भागवत पुराण साप्ताहिक ज्ञान यज्ञ के तहत वर्णन किया जा रहा है।
श्री कृष्ण रुक्मणी विवाह के दौरान भागवत पुराण कथा स्थल में भगवान श्री कृष्णा और रुक्मणी की सजीव झांकियों का विवाह कराया गया। जो कि जनाकर्षण का केंद्र बने रहे।
बांकी में आयोजित श्रीमद्भागवत पुराण कथा में बांकी, करौंदी, बरगांव, शहपुरा सहित अन्य गांवों के लोग भारी संख्या में कथा सुनने के लिए पहुंच रहे हैं।
बांकी में श्रीमद्भागवत पुराण कथा का चल रहा आयोजन
मोर डिण्डौरी
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