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बड़झर पिकअप वाहन हादसे के प्रत्यक्षदर्शी प्रदीप बर्मन ने बताया घटना का हाल कहा- यदि सही समय में स्वास्थ्य सुविधा मिल गई होती तो नहीं जाती इतनी जान

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डिण्डौरी। सरकारें स्वास्थ्य सुविधाएं और एंबुलेंस व्यवस्था बढ़ाने की लाख दावे कर रही हैं लेकिन इसकी जमीनी हकीकत कुछ और है।
    जी हां , डिण्डौरी जिले के शहपुरा क्षेत्र के बिछिया चौकी अंतर्गत बड़झर घाट में 29 फरवरी को पिकअप वाहन लगभग 20 फीट से अधिक गहराई में खेत में गिरने से 14 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई थी। वहीं 20 लोग घायल हो गए हैं।
संवाददाता भीमशंकर साहू ने आज घटनास्थल पर पहुंचकर प्रत्यक्षदर्शी प्रदीप बर्मन से बात की। प्रदीप बर्मन ने बताया कि यह घटना 29 फरवरी बुधवार रात 11 बजकर 40 मिनट की है। यह घटना जिस वक्त हुई उस वक्त वह पास में ही रोड किनारे अपने खेत के पास तालाब में था। जैसे ही उसने यह हादसा देख वह 5 मिनट के अंदर घटनास्थल पर पहुंच गया। उसने तुरंत बिछिया चौकी प्रभारी एलपी पुष्पकार को जानकारी दी। घटना की सूचना मिलते ही बिछिया चौकी प्रभारी और आरक्षक सुनील पट्टा मौके पर पहुंचे और घायलों की सहायता में जुट गए।
प्रदीप बर्मन का कहना है कि स्वास्थ्य विभाग 108 एंबुलेंस को भी सूचना दी गई लेकिन एंबुलेंस जल्दी नहीं पहुंचा और लोग तड़प रहे थे। घटना में घायल लोग पानी मांग रहे थे उनका दम घुट रहा था ।यदि सही समय में उन्हें ऑक्सीजन मिल गया होता तो इतनी जानें नहीं जाती। जब घटना घटित हुई उस समय सिर्फ एक व्यक्ति की ही मौत हुई थी।
प्रत्यक्षदर्शी ने कहा कि यदि यह घटना किसी वीआईपी के साथ हुई होती तो एंबुलेंस की लाइन लग जाती। लेकिन पिकअप वाहन हादसे के लोगों को सही समय में एंबुलेंस नहीं मिल पाई । जबकि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बिछिया में पास में ही है लेकिन वहां का स्वास्थ्य हमला भी तत्काल मौके पर नहीं पहुंचा। सुबह लगभग 4 बजे जब एंबुलेंस आई उस समय 7 लोगों की मौत हो चुकी थी।

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