अपनी फसल तक नहीं बेच पा रहे,पंजीयन में आ रही दिक्कत
डिण्डौरी। जिले के शहपुरा तहसील के अन्तर्गत ग्राम बरगांव कृषि उपार्जन केन्द्र में किसानों ने आरोप लगाया है कि कुछ बड़े किसान अधिकारियों से साठ-गांठ कर हमारे कृषि जमीनों का सिकमी नामा तैयार करवाकर फसल कृषि उपार्जन केन्द्र में बेच रहे है।और हमारा पंजीयन नही किया जा रहा है। एस डी एम शहपुरा और कलेक्टर से भी इस मामले की शिकायत की गई है।लेकिन कार्यवाही कुछ नही हो रही।वही इस मामले में एसडीएम का कहना है कि जांच प्रतिवेदन रिपोर्ट कलेक्टर कार्यालय को भेजा गया है।
आरटीआई से निकाली गई जानकारी,जांच हुई तो कई बड़े लोगों के नाम आ सकते हैं सामने
शाहपुरा जनपद पंचायत के पूर्व उपाध्यक्ष व आरटीआई कार्यकर्ता नरेंद्र कुमार साहू ने बताया कि जानकारी मांगने पर अधूरी जानकारी दी गई है। लेकिन जो दस्तावेज मिले है उनसे साफ है कि बड़े किसानों और व्यापारियों ने अधिकारियों के साथ षड़यंत्र कर सिकमीनामा तैयार करवाया गया है और किसानों के नाम की फसल उपार्जन केन्द्र में बेचकर आर्थिक लाभ लिया है। इसके चलते कई किसान अपनी ही फसल शासन को नहीं बेच पा रहे है। जिससे उनका आर्थिक नुकसान हुआ है। यदि सही तरीके से जांच हुई तो बड़े किसान और व्यापारियों के नाम सामने आयेंगे।
षड़यंत्रपूर्वक अधिकारियों से साठ-गांठ कर बनवा लिया सिकमीनामा, पंजीयन कराने गए तो हुआ खुलासा
डुंगरिया गांव के किसान आशीष गुप्ता ने बताया कि हमारी पुस्तैनी जमीन लगभग 2 एकड़ 57 डिसमिल खेती योग्य है।इसमें भाई बहन सहित 06 लोगो का हिस्सा है।जब हम फसल बेचने के लिए पंजीयन कराने गए तो पता चला कि आपकी जमीन अंजना पति तारकेश्वर साहू निवासी शहपुरा के नाम सिकमीनामा में दर्ज है । पंजीयन नही हो सकता।अधिकारियों के पास गए लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।
दुर्गेश मरावी पिता कमल सिंह निवासी घुटैना ने बताया कि खसरा नंबर 204 में 0.75 हेक्टेयर जमीन है अधिकारियों के साथ मिलकर सरोज पति हेमराज साहू निवासी बरगांव ने सिकमीनामा तैयार करवा लिया।अब हम अपनी फसल उपार्जन केन्द्र में नही बेच पा रहे है।वही किसान मातादीन परस्ते निवासी पिटरी ने बताया कि खसरा नंबर 309 में 0.21 हेक्टेयर जमीन है इसका सिकमीनामा संतोष साहू पिता किशोरी साहू निवासी शहपुरा वार्ड नंबर 04 ने बनवा लिया है। एसडीएम और कलेक्टर से इस मामले की शिकायत की गई है।
खरीदी केंद्र प्रभारी बोले तहसीलदार के निर्देश पर हुआ पंजीयन
बरगांव कृषि उपार्जन केन्द्र के प्रभारी राजेश साहू ने बताया कि लगभग 24 गांव के 2500 सौ किसान पंजीकृत है। गेहूं की फसल लगभग 6 सौ किसानों ने और धान की फसल बेची थी।कुछ किसानों की शिकायत है कि गलत तरीके से सिकमीनामा तैयार करवाया गया है। सत्यापन करने का काम तहसीलदार का है उनके निर्देश पर ही काम किया जा रहा है।
एसडीएम बोले जांच प्रतिवेदन कलेक्टर कार्यालय भेजा
शहपुरा एस डी एम ऐश्वर्य वर्मा ने बताया कि किसानों की शिकायत की जांच कर प्रतिवेदन कलेक्टर कार्यालय में भेजा गया है आगे की कार्यवाही वहीं से होना है ।
आदिवासी किसानों की जमीन का कैसे दूसरे लोग करा रहे सिकमीनामा
बसपा जिलाध्यक्ष मोहम्मद असगर सिद्दीकी ने आरोप लगाया कि बिना अधिकारियों की मिलीभगत के ये संभव नहीं है। यहां बड़ा खेल किया गया है इसकी जांच बारीकी से कराया जाता है तो और भी खुलासे हो सकते हैं । आदिवासी किसानों की जमीन का सिकमीनामा दूसरे समाज के किसान कैसे करा रहे है वो भी बिना किसानों के सहमति के ।आदिवासी किसानों के साथ हो रहे अन्याय को लेकर
बसपा धरना प्रदर्शन करेगी किसानों के साथ अन्याय बर्दाश्त नहीं करेगी
। जिला प्रशासन दोषी अधिकारी-कर्मचारियों पर कार्यवाही करे।